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यकृत (लिवर) कैंसर

समय पर पहचान से जीवन बच सकता है!

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क्या आपका वजन बिना किसी कारण कम हो रहा है? भूख कम लग रही है? या शरीर में लगातार थकान और कमजोरी महसूस हो रही है? यदि हां, तो ये लिवर कैंसर (Liver Cancer) के शुरुआती संकेत हो सकते हैं। लिवर हमारे पाचन और डिटॉक्स सिस्टम के लिए एक महत्वपूर्ण अंग है, और अगर इसमें कैंसर विकसित हो जाए, तो यह शरीर के लिए गंभीर समस्या बन सकता है।
 
दुखद बात यह है कि लिवर कैंसर को शुरुआती चरण में आसानी से पहचाना नहीं जाता। इसलिए, इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि लिवर कैंसर क्यों होता है, इससे बचाव के उपाय क्या हैं, और इसके इलाज के विकल्प कौन से हैं। इसे अंत तक पढ़ें, क्योंकि यह जानकारी आपके और आपके परिवार के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है!

सारांश

यकृत कैंसर एक गंभीर और अक्सर देर से पहचाना जाने वाला रोग है, जो शरीर की पाचन और डिटॉक्स प्रणाली को प्रभावित करता है। यदि लक्षणों को जल्दी पहचाना जा सके, तो इसका प्रभावी निदान और उपचार संभव है। अनियमित जीवनशैली, शराब और हेपेटाइटिस जैसे वायरस इसके मुख्य कारण हैं। समय पर जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना ही इस रोग से बचने का सबसे अच्छा उपाय है।
अत्यधिक शराब का सेवन, यकृत में वसा का जमाव (फैटी लिवर), हेपेटाइटिस बी और सी वायरस, धूम्रपान और अनियमित आहार यकृत कैंसर के मुख्य कारण हैं। जहरीले रसायनों का संपर्क और कुछ आनुवंशिक समस्याएं भी इस रोग का खतरा बढ़ा सकती हैं।
भूख में कमी, बिना कारण वजन कम होना, पेट में दर्द और पीलिया जैसे लक्षण यकृत कैंसर के संकेत हो सकते हैं। प्रारंभिक अवस्था में लक्षण सामान्य लग सकते हैं, लेकिन समय के साथ गंभीर रूप धारण कर सकते हैं।
यकृत कैंसर का निदान करने के लिए रक्त परीक्षण, अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआई और बायोप्सी जैसी जांचें की जाती हैं। यदि कैंसर को जल्दी खोजा जा सके, तो उपचार अधिक प्रभावी हो सकता है।
यकृत कैंसर लिवर कैंसर

तथ्य (Facts)

और जानें (Know More)

लक्षण (Symptoms)

कारण (Causes)

निदान (Diagnosis)

उपचार (Treatments)

उपचार विकल्प और परिणाम तालिका

लिवर कैंसर के लिए विभिन्न प्रकार की उपचार विधियां उपलब्ध हैं, जो कैंसर के चरण, शरीर की स्थिति और रोगी के स्वास्थ्य पर निर्भर करती हैं। कुछ उपचार शुरुआती चरण में प्रभावी होते हैं, जबकि कुछ उन्नत चरण में रोगी के जीवन की गुणवत्ता सुधारने में मदद करते हैं। नीचे दिए गए टेबल में विभिन्न उपचार विकल्प, उनके संकेत, सामान्य दुष्प्रभाव और अपेक्षित परिणाम दर्शाए गए हैं।
उपचार संकेत सामान्य दुष्प्रभाव अपेक्षित परिणाम
सर्जरी (यकृत का भाग हटाना) यदि कैंसर केवल यकृत के एक भाग में सीमित हो दर्द, पाचन समस्या, अस्थायी थकान कैंसरग्रस्त भाग को हटाकर यकृत की कार्यक्षमता सुधारना
यकृत प्रत्यारोपण यदि पूरा यकृत प्रभावित हो और दाता उपलब्ध हो अवरोध, रोग प्रतिकारक दवाओं के दुष्प्रभाव पूर्ण नया और स्वस्थ यकृत मिलने से अधिक जीवन की संभावना
कीमोथेरेपी यदि कैंसर फैल गया हो और अन्य उपचार संभव न हो उल्टी, बाल झड़ना, शारीरिक थकान कैंसर की कोशिकाओं को नियंत्रित करके उसकी वृद्धि रोकना
टारगेटेड थेरेपी यदि कैंसर विशेष प्रोटीन या जीन पर आधारित हो त्वचा की समस्याएं, रक्तचाप में परिवर्तन कैंसर की विशेष कोशिकाओं को निशाना बनाकर नष्ट करना
इम्यूनोथेरेपी यदि शरीर का रोग प्रतिकारक तंत्र कैंसर को पहचान नहीं सकता एलर्जी प्रतिक्रिया, बुखार, थकान शरीर के प्रतिकारक तंत्र को मजबूत बनाकर कैंसर से लड़ना
रेडियेशन थेरेपी यदि ट्यूमर को छोटा करना हो या दर्द घटाना हो त्वचा पर लालिमा, थकान, सिरदर्द ट्यूमर की वृद्धि रोकना या छोटा करना
TACE (केमोएम्बोलाइजेशन) यदि कीमोथेरेपी सीधे यकृत में पहुंचानी हो पेट की समस्या, हल्का बुखार, कमजोरी ट्यूमर तक कीमोथेरेपी पहुंचाकर उसे नष्ट करना
RFA (रेडियो एब्लेशन) यदि ट्यूमर छोटा हो और सर्जरी संभव न हो गर्मी लगना, त्वचा पर जलन, स्थानीय दर्द ट्यूमर को ऊंचे तापमान पर गर्म करके नष्ट करना
पैलिएटिव केयर यदि कैंसर विकसित चरण में पहुंच गया हो दर्द नियंत्रण, थकान घटाने की दवाएं रोगी को आराम और जीवन की गुणवत्ता सुधारना
आहार और जीवनशैली में बदलाव यकृत को अधिक नुकसान रोकने के लिए पाचन सुधार, ऊर्जा में वृद्धि स्वास्थ्यप्रद आहार से यकृत का स्वास्थ्य सुधारना

अपने डॉक्टर से पूछने के लिए प्रश्न

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

यकृत कैंसर यकृत में अनियंत्रित कोशिकाओं की वृद्धि से होने वाला गंभीर रोग है। यह प्राथमिक (यकृत में शुरू होने वाला) या मेटास्टेटिक (अन्य अंगों से फैलने वाला) हो सकता है।
हेपेटाइटिस बी और सी वायरस, अधिक शराब का सेवन, यकृत में वसा का जमाव (फैटी लिवर), सिरोसिस और अनियमित जीवनशैली मुख्य कारण हैं।
वजन अनायास घटना, भूख में कमी, पीलिया, पेट के दाईं ओर दर्द और शारीरिक कमजोरी जैसे लक्षण शुरू में दिखाई दे सकते हैं।
रक्त परीक्षण (एएफपी टेस्ट), अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआई, पेट स्कैन और बायोप्सी द्वारा सटीक निदान किया जाता है।
प्रारंभिक चरण में सर्जरी या यकृत प्रत्यारोपण प्रभावी होते हैं। देर से चरण में कीमोथेरेपी, टारगेटेड थेरेपी और रेडियेशन दी जाती है।
यदि कैंसर को जल्दी चरण में खोजा जा सके और उचित उपचार मिले, तो पूरी तरह से ठीक होने की संभावना रहती है। देर से चरण में उपचार द्वारा जीवनकाल बढ़ाया जा सकता है।
हां, यदि परिवार में किसी को यकृत कैंसर हुआ हो, तो उनमें इस रोग का खतरा सामान्य लोगों की तुलना में अधिक होता है।
हेपेटाइटिस के खिलाफ टीका लगवाना, अधिक शराब और धूम्रपान से बचना, पोषणयुक्त आहार लेना और नियमित स्वास्थ्य जांच कराना चाहिए।
पौष्टिक और कम वसायुक्त भोजन, हरी सब्जियां, फल और पर्याप्त पानी पीना जरूरी है। शराब, अधिक मसालेदार और प्रोसेस्ड फूड से बचना चाहिए।
हेपेटाइटिस बी के लिए वैक्सीन उपलब्ध है, जो यकृत कैंसर का खतरा कम करने में मदद करता है। हेपेटाइटिस सी के लिए अभी कोई वैक्सीन नहीं है।
Dr Harsh Shah Robotic Cancer Surgeon

डॉ हर्ष शाह

MS, MCh (G I cancer Surgeon)

डॉ. हर्ष शाह अहमदाबाद के एक प्रसिद्ध जीआई और एचपीबी रोबोटिक कैंसर सर्जन हैं। वे भोजन नली, पेट, लीवर, पैंक्रियास, बड़ी आंत, मलाशय और छोटी आंत के कैंसर का इलाज करते हैं। वे अपोलो अस्पताल में उपलब्ध हैं।

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