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पेट का कैंसर

कौन सी आदतें आपको खतरे में डाल सकती हैं?

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क्या आपको बार-बार पेट दर्द, अपच या खाने के बाद भारीपन महसूस होता है? क्या आपका वजन बिना किसी कारण कम हो रहा है? अगर हां, तो यह पेट के कैंसर (Stomach Cancer) के शुरुआती संकेत हो सकते हैं। पेट का कैंसर ऐसा रोग है, जिसके लक्षण आम पाचन समस्याओं जैसे दिखते हैं, इसलिए यह अक्सर देर से पकड़ में आता है, जिससे इलाज मुश्किल हो सकता है।
 
लेकिन अगर इसे समय पर पहचान लिया जाए, तो उपचार अधिक प्रभावी हो सकता है। आज हम जानेंगे पेट के कैंसर के मुख्य लक्षण, इसके कारण और इससे बचाव के उपाय। यह जानकारी आपके और आपके परिवार के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है, इसलिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें!

सारांश

पेट का कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जो अक्सर देर से पता चलता है क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण आम पाचन समस्याओं जैसे लगते हैं। अनियमित आहार, धूम्रपान, अधिक मसालेदार या खट्टा भोजन और हेलिकोबैक्टर पाइलोरी बैक्टीरिया इसके प्रमुख कारण हैं। अगर कैंसर को समय रहते पहचान लिया जाए, तो इलाज अधिक प्रभावी हो सकता है। सही आहार और नियमित स्वास्थ्य जांच पेट के कैंसर से बचाव के लिए महत्वपूर्ण हैं।
अस्वस्थ और प्रोसेस्ड भोजन का अधिक सेवन, धूम्रपान, अधिक शराब का सेवन, हेलिकोबैक्टर पाइलोरी संक्रमण, आनुवंशिक कारण और लंबे समय तक एसिडिटी पेट के कैंसर के मुख्य कारण हैं।
पेट में लगातार दर्द, भोजन पचाने में दिक्कत, खाने के बाद भारीपन महसूस होना, उल्टी या खून की उल्टी, अचानक वजन घटना और लगातार थकान पेट के कैंसर के संकेत हो सकते हैं।
एंडोस्कोपी, बायोप्सी, CT स्कैन, MRI, PET स्कैन और रक्त परीक्षण के माध्यम से पेट के कैंसर की जांच की जाती है। अगर शुरुआती चरण में कैंसर का पता चल जाए, तो इलाज की सफलता की संभावना बढ़ जाती है।
पेट का कैंसर

तथ्य (Facts)

और जानें (Know More)

लक्षण (Symptoms)

कारण (Causes)

निदान (Diagnosis)

उपचार (Treatments)

उपचार विकल्प और परिणाम तालिका

पेट के कैंसर के लिए विभिन्न प्रकार के उपचार उपलब्ध हैं, जो कैंसर के चरण, रोगी की शारीरिक स्थिति और स्वास्थ्य पर निर्भर करते हैं। यदि कैंसर को शुरुआती चरण में पहचाना जाए, तो सर्जरी सर्वोत्तम विकल्प हो सकती है, जबकि उन्नत चरण में कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी कैंसर की वृद्धि को नियंत्रित करने में सहायक होती हैं। नीचे दी गई तालिका में विभिन्न उपचार विकल्प, उनके संकेत, सामान्य दुष्प्रभाव और अपेक्षित परिणाम दर्शाए गए हैं।
उपचार संकेत सामान्य दुष्प्रभाव अपेक्षित परिणाम
सर्जरी (गैस्ट्रेक्टॉमी) यदि कैंसर केवल पेट तक सीमित हो पाचन समस्या, वजन कम होना, थकान कैंसरग्रस्त भाग हटाकर सेहत में सुधार
कीमोथेरेपी यदि कैंसर फैल चुका हो और सर्जरी संभव न हो उल्टी, बाल झड़ना, प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होना कैंसर की वृद्धि रोकना और जीवनकाल बढ़ाना
रेडिएशन थेरेपी यदि ट्यूमर छोटा करना हो या सर्जरी संभव न हो थकान, त्वचा की लाली, पाचन समस्या ट्यूमर की वृद्धि रोकना या उसे छोटा करना
टार्गेटेड थेरेपी यदि कैंसर विशेष प्रोटीन या जीन पर निर्भर होकर बढ़ रहा हो त्वचा संबंधी समस्याएं, हल्की एलर्जी, थकान विशिष्ट कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर उनकी वृद्धि रोकना
इम्यूनोथेरेपी यदि कैंसर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को दरकिनार कर फैल रहा हो बुखार, थकान, एलर्जी प्रतिक्रिया प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर कैंसर से लड़ना
एंडोस्कोपिक ट्यूमर हटाना प्रारंभिक अवस्था के छोटे ट्यूमर के लिए हल्की जलन, पेट में असहजता प्राथमिक अवस्था में ट्यूमर को हटाना
TACE (कीमोएंबोलाइज़ेशन) यदि कैंसर रक्त वाहिकाओं के माध्यम से पोषण प्राप्त कर रहा हो पेट दर्द, थकान, हल्का बुखार कैंसर कोशिकाओं को कीमोथेरेपी से नियंत्रित करना
RFA (रेडियो एब्लेशन) यदि ट्यूमर छोटा हो और सर्जरी संभव न हो गर्मी लगना, त्वचा में जलन, स्थानीय दर्द ट्यूमर को गर्मी से नष्ट करना
पैलिएटिव केयर यदि कैंसर को नियंत्रित नहीं किया जा सकता दर्द नियंत्रण, थकान कम करने की दवाएं मरीज को आराम और जीवन की गुणवत्ता में सुधार
आहार और जीवनशैली में बदलाव पेट की सेहत सुधारने और पाचन को सुचारू बनाने के लिए पाचन में सुधार, ऊर्जा में वृद्धि स्वस्थ आहार और व्यवस्थित जीवनशैली से स्वास्थ्य में सुधार

अपने डॉक्टर से पूछने के लिए प्रश्न

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों

पेट का कैंसर पेट की अंदरूनी परत की कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि है, जो पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। यदि इसे शुरुआती चरण में पहचाना जाए, तो इलाज अधिक प्रभावी होता है।
हेलिकोबैक्टर पाइलोरी बैक्टीरिया, अधिक मसालेदार और प्रोसेस्ड भोजन, लंबे समय तक एसिडिटी, धूम्रपान, अत्यधिक शराब और आनुवंशिक कारक पेट के कैंसर के प्रमुख कारण हैं।
बार-बार अपच, पेट दर्द, अचानक वजन कम होना, भूख न लगना, मल में खून आना, और भोजन के बाद भारीपन या पाचन समस्याओं का अनुभव होना।
एंडोस्कोपी, CT स्कैन, MRI, PET स्कैन, बायोप्सी और रक्त परीक्षण (CA 19-9) के माध्यम से पेट के कैंसर का निदान किया जाता है।
अगर कैंसर को शुरुआती चरण में पहचान लिया जाए और सही उपचार मिले, तो यह पूरी तरह ठीक हो सकता है। उन्नत चरण में उपचार केवल कैंसर को नियंत्रित करने और जीवन की गुणवत्ता सुधारने के लिए किया जाता है।
रोग की अवस्था के अनुसार सर्जरी (गैस्ट्रेक्टॉमी), कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, टार्गेटेड थेरेपी और इम्यूनोथेरेपी जैसे विकल्प उपलब्ध हैं।
हां, यदि परिवार में किसी को पेट का कैंसर हुआ है, तो आनुवंशिक कारणों से अन्य सदस्यों में भी इसका खतरा बढ़ सकता है।
पौष्टिक आहार अपनाएं, धूम्रपान और शराब से बचें, हेलिकोबैक्टर पाइलोरी बैक्टीरिया का सही समय पर इलाज कराएं, और नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाएं।
शुरुआती चरण में पेट का कैंसर आम पाचन समस्याओं जैसे लक्षण दिखाता है, जिन्हें लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे निदान में देरी होती है।
वर्तमान में पेट के कैंसर के लिए कोई विशेष वैक्सीन उपलब्ध नहीं है, लेकिन हेलिकोबैक्टर पाइलोरी और अन्य जोखिम कारकों से बचाव के लिए सतर्क रहना जरूरी है।
Dr Harsh Shah Robotic Cancer Surgeon

डॉ हर्ष शाह

MS, MCh (G I cancer Surgeon)

डॉ. हर्ष शाह अहमदाबाद के एक प्रसिद्ध जीआई और एचपीबी रोबोटिक कैंसर सर्जन हैं। वे भोजन नली, पेट, लीवर, पैंक्रियास, बड़ी आंत, मलाशय और छोटी आंत के कैंसर का इलाज करते हैं। वे अपोलो अस्पताल में उपलब्ध हैं।

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